साहिल के साहिल!
Tuesday, January 4, 2011
२०११: एक नयी उम्मीद!
पौ फटा और नयी सुबह ने आग़ाज़ किया,
उंदी-मुंदी पलकों ने हल्का सा ये एहसास किया
नयी रौशनी नयी आशाएं भर कर आई है
हमने इस वर्ष को नयी उम्मीदों के नाम किया !
- साहिल
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