Friday, March 18, 2011

आओ खेले होली के रंग...



गयी शिशिर आई बसंत,
गयी ठिठुरन आई हुडदंग,
बच्चे बूढ़े हुए सब दबंग,
भूले शिकवे मिले सब संग,

उड़े गुलाल बहे हर रंग,
उडाओ अबीर अंजानो के संग,
मिलाओ प्यार रंग के संग,
लगाओ ठहाके पीकर भांग,

हर दूरी होगी आज कम,
आओ खेले होली के रंग...

- साहिल 

Tuesday, March 8, 2011

हे नारी तुझे शत शत नमन!



उर्जा का श्रोत हो तुम
चंचल नदी सा तुम्हारा मन
नभ सा असीम स्नेह है तुम्हारा
करे हर होई तुम्हारा मनन

निहारिका हो खुशियों का
मोह लेती हो तुम सबका मन
आसान कर देती हो मुश्किले
दे कर मुस्कुराहटें अनंत

धन्य है तुम्हे पाकर हर मानुस
हे नारी तुझे शत शत नमन !

- साहिल 

Thursday, March 3, 2011

न होती तुम तो मैं न होता...



न होती तुम तो मैं न होता
न जागती तुम तो मैं न सोता
सुकून था तेरे आँचल में हमेशा
न होती तुम तो मैं था रोता

हर शब्द दुआ है तुम्हारी
हर स्पर्श दवा है तुम्हारी
गिर कर हमेशा मैं न संभलता
न होती तुम तो मैं न होता

हर साँसे मेरी तुम से ही चलती
हर बातें मेरी तुम पर ही रूकती
हर बातें मेरी कौन था सुनता
न होती तुम तो मैं न होता

चली गयी तुम, न रोक पाया तुम्हे
खो गयी तुम, न खोज पाया तुम्हे
खुदा भी रोया, न रोक पाया खुद को
जो होती तुम तो वो न रोता

- साहिल