Tuesday, March 8, 2011

हे नारी तुझे शत शत नमन!



उर्जा का श्रोत हो तुम
चंचल नदी सा तुम्हारा मन
नभ सा असीम स्नेह है तुम्हारा
करे हर होई तुम्हारा मनन

निहारिका हो खुशियों का
मोह लेती हो तुम सबका मन
आसान कर देती हो मुश्किले
दे कर मुस्कुराहटें अनंत

धन्य है तुम्हे पाकर हर मानुस
हे नारी तुझे शत शत नमन !

- साहिल 

No comments:

Post a Comment