खूबसूरत है वोह पल कितना
दरिया में है जल जितना
याद तुझको कर रहा हूँ
हँसते हँसते बढ़ रहा हूँ
खूबसूरत है वोह पल कितना
दरिया में है जल जितना
आ गया हूँ मैं दूर इतना
दरिया से सागर जितना
कहकशां में खो गया हूँ
हँसते हँसते बढ़ रहा हूँ
खूबसूरत था वोह पल कितना
दरिया में है जल जितना....
दरिया में है जल जितना
याद तुझको कर रहा हूँ
हँसते हँसते बढ़ रहा हूँ
खूबसूरत है वोह पल कितना
दरिया में है जल जितना
आ गया हूँ मैं दूर इतना
दरिया से सागर जितना
कहकशां में खो गया हूँ
हँसते हँसते बढ़ रहा हूँ
खूबसूरत था वोह पल कितना
दरिया में है जल जितना....
- साहिल
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